
खो दिया उसे एक दिन
तो ये आँखे ही क्या,
दिल बहुत रोएगा….
इतना चाहा है दिल ने उसे,
किसी और का ना हो पाएगा….
क्या पता था इतना प्यार हो जाएगा,
मेरा कल तुमसे जुड़ जाएगा….
इतना करीब से गुज़रे हो दिल के,
कि निशान अभी भी बाकी है….
पहले तो खींच लिया मुझे,
ग़मों की गहराई से….
और अब कह दिया उसने,
खुशी नहीं है उसके पास….
आदत भी तो ऐसी हो गई है,
कि छोड़ नहीं पाऊँगी….
उसे क्या इलज़ाम देना,
करीब तो मैं आई थी….
वो तो कब से दूर था,
दिल पर तो मैंने लिया….
उसने तो बस मज़ाक समझा,
तो तकलीफ उसे क्यों हो….
पर फिर भी एक उम्मीद है उससे,
जब आएगा वो कल,
जिंदगी का सबसे मुश्किल भरा पल,
ना पास तेरे आ सकूँगी,
ना दूर तुझसे जा सकूँगी,
तो बस एक बार दुनिया को भूल कर,
एक आवाज़ दिल से देना,
और रोक लेना मुझे,
कदम क्या साँसे थम जाएँगी,
बस एक दिल की आवाज़…….
मेरे लिए………….
तो ये आँखे ही क्या,
दिल बहुत रोएगा….
इतना चाहा है दिल ने उसे,
किसी और का ना हो पाएगा….
क्या पता था इतना प्यार हो जाएगा,
मेरा कल तुमसे जुड़ जाएगा….
इतना करीब से गुज़रे हो दिल के,
कि निशान अभी भी बाकी है….
पहले तो खींच लिया मुझे,
ग़मों की गहराई से….
और अब कह दिया उसने,
खुशी नहीं है उसके पास….
आदत भी तो ऐसी हो गई है,
कि छोड़ नहीं पाऊँगी….
उसे क्या इलज़ाम देना,
करीब तो मैं आई थी….
वो तो कब से दूर था,
दिल पर तो मैंने लिया….
उसने तो बस मज़ाक समझा,
तो तकलीफ उसे क्यों हो….
पर फिर भी एक उम्मीद है उससे,
जब आएगा वो कल,
जिंदगी का सबसे मुश्किल भरा पल,
ना पास तेरे आ सकूँगी,
ना दूर तुझसे जा सकूँगी,
तो बस एक बार दुनिया को भूल कर,
एक आवाज़ दिल से देना,
और रोक लेना मुझे,
कदम क्या साँसे थम जाएँगी,
बस एक दिल की आवाज़…….
मेरे लिए………….
-लता कुशवाह
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